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हजरतबल विवाद से ध्यान हटाने के लिए आप विधायक आमिर की पत्नी पर आरोप: अब्दुल्ला मुफ्ती का बड़ा आरोप जम्मू-कश्मीर की राजनीति गरमाई, AAP विधायकों पर उठे गंभीर सवाल

कश्मीर राजनीति में बवाल, AAP MLA आमिर गिरफ्तार Live News जम्मू-कश्मीर की राजनीति अब उभरी हुई है। डोडा जिले के आम आदमी पार्टी के नेता मोहराज़ आमिर को पब्लिक असिस्टेंट एक्ट (पीएसए) के तहत हिरासत में ले लिया गया है। यह गद्दार न सिर्फ आप पार्टी की पार्टियों को ताकत पर लगा दिया गया है, बल्कि पूरे नामांकन को झकझोर दिया गया है। पीआईपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ओबामा मुफ्ती ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं कि यह कदम श्रीबल मंदिर विवाद से जनता का ध्यान भटकाने के लिए उठाया गया है।

हजरतबल पिरामिड विवाद: धार्मिक भावनाओं को ठेस और वाक्यांश

हजरतबल पिरामिड, कश्मीर की आस्था का प्रतीक, हाल ही में मस्जिद में तब आया था जब परिसर में एक शिलापट्ट स्थापित किया गया था जिसमें राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ अंकित थे। इस शिलापट्ट को वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष और भाजपा नेता दर्शन अंद्राबी के निर्देशन में प्रतिष्ठित किया गया था। यहां के स्थानीय लोगों ने विदेशी धार्मिक स्थलों पर राजनीति करने की कोशिश की और इसका विरोध शुरू हो गया। शिलापट्ट पर विरोध तो हट गया लेकिन जनता की नाराजगी और मंदी चली गई।

कश्मीर राजनीति में बवाल, AAP MLA आमिर गिरफ्तार Live News
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महराज आमिर की गर्लफ्रेंड ने डोडा को झकझोरा, जनता मिलन पर

असली विवाद यह भी नहीं पता चला कि अचानक आप के नेता मजहराज आमिर को पीएसए के तहत गिरफ्तार कर लिया गया था। प्रशासन की ओर से यह व्यक्त किया गया है कि मैड्रिड की ओर से लॉ-सिस्टम को खतरा है। उन्हें गिरफ़्तार करने के बाद कठुआ जिला जेल भेज दिया गया। पीएसए के तहत किसी भी व्यक्ति को लंबे समय तक बिना पासपोर्ट और बिना लैपटॉप के हिरासत में रखा जा सकता है। जनता इस क्रिया को वैकल्पिक क्रिया मान रही है।

मुफ़्त इब्राहिम का आरोप: सराफा विवाद ग़लत रास्ते पर चलने की योजना

हुबा फ्री ने कहा कि शरीफबल कश्मीर विवाद ने लोगों की धार्मिक जज़्बात को गहराई से प्रभावित किया है। इसके बावजूद सरकार ने राष्ट्रपति पद के लिए मौलिक मुद्दे को मंजूरी दे दी। उन्होंने वक्फ बोर्ड और उनके अध्यक्ष से माफ़ी की मांग की और कहा कि जिन लोगों ने विरोध करते हुए इन पर रिकॉर्ड धारकों का काम वापस ले लिया है। मुफ्ती ने उपराज्यपाल प्रशासन से अपील की कि अमीर को बिना देर किए रिहा कर दिया जाए।

डोडा के निवासी नाराज,प्रतिनिधि के अपराधी से नाराज

डोडा क्षेत्र में शहीद महामहिम सर्वोच्च नेता हुए थे। वे जमीनी स्तर के विश्वास और आम आदमी पार्टी के संस्थान लेकर वे पारंपरिक राजनीति को चुनौती देने का प्रयास कर रहे थे। गिरफ़्तार की ख़बर फ़लते ही डोडा और पड़ोसी द्वीप में लोग स्ट्रीट पर उतरे। जगह-जगह प्रदर्शन शुरू हो गए और प्रशासन के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की गई। लोगों का कहना था कि प्राकृतिक आपदाओं से डोडा क्षेत्र का चुनाव प्रतिनिधि जेलबाक्स प्रशासन की संवेदनात्मकता प्रकट करता है।

आप का कड़ा हमला, लोकतंत्र पर हमला कहा गया

आम आदमी पार्टी ने इस डेमोक्रेटिक पार्टी पर सीधा हमला बोला। पार्टी नेताओं का कहना है कि पीएसए के तहत चुने गए सामुहिक लोगों का अपमान है। आप ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार वोट को बंद करने के लिए कठोर कानून का दुरुपयोग कर रही है। पार्टी ने मोहम्मद की तुरंत रिहाई की मांग की और जनता से लोकतंत्र की रक्षा के लिए अपील की।

पीएसए एक्ट पर सवाल, लोकतंत्र लोकतंत्र में इसकी कमी

पब्लिक असिस्टेंट एक्ट यानी पीएसए जम्मू-कश्मीर में लंबे समय से काम कर रहा है। इस कानून के तहत किसी को भी बिना सुनवाई और बिना लैपटॉप के छह महीने से दो साल तक सजा दी जा सकती है। मानवाधिकारों ने इसे बार-बार डेमोक्रेटिक डेमोक्रेट के खिलाफ बताया है। आलोचकों का मानना ​​है कि इस कानून का इस्तेमाल अक्सर राजनीतिक बिक्री के लिए किया जाता है। महराज आमिर की गर्लफ्रेंड को भी इसी श्रेणी में देखा जा रहा है।

पीआईपी का रुख, बीजेपी पर सीधा हमला और जनता से समर्थन की अपील

ओबामा फ्री ने इस पूरे मामले में लोकतंत्र पर हमले के बारे में बताया। उनका कहना है कि चौधरीबल विवाद ने पहले ही जनता को नुकसान पहुंचाया था और उस समय के नेताओं को जेल में डाल दिया गया था, सरकार की कार्रवाइयां शामिल थीं। उन्होंने उपराज्यपाल प्रशासन को चुनौती दी और कहा कि अगर सरकार सच में जनता की भावनाओं की परवाह करती है तो सरदार को तुरंत रिहा करे और शरीफबल विवाद के उत्तरदायित्वों पर कार्रवाई करे।

नामांकन यूनाइटेड, डेमोक्रेट ने लोकतंत्र का अपमान बताया

महराज मोहम्मद की गर्लफ्रेंड जम्मू-कश्मीर की राजनीति को हिलाकर रख देती है। पीआईपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस और आम आदमी पार्टी जैसे लोकतंत्र ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इन इंस्टिट्यूट का कहना है कि यह स्टैप स्टैम्प की आवाज़ को फिर से शुरू करने के लिए उठाया गया है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना ​​है कि इस घटना से चुनाव पर भी असर पड़ सकता है और भाजपा को राजनीतिक नुकसान हो सकता है।

जनता के मन में सवाल, लोकतंत्र और धार्मिक अधिकारों पर चोट

जनता के मन में अब यह सवाल उठ रहा है कि पीएसए के तहत चुने गए स्मारकों को जेल में रखा जाना सही है। इससे लोकतंत्र पर जनता का भरोसा कैसे सुधरेगा नहीं। क्या यह कदम केवल शास्त्रीय विवाद से ध्यान हटाने की कोशिश है। जनता का आक्रोश यह भी है कि जब-जब डोडा प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित हुआ, तब-तब प्रशासन ने उनकी सहायता के लिए जेल विभाग के सहायक निर्णय लिए।

परिणाम: गिरवी केवल कानूनी नहीं, लोकतंत्र और आस्था की वस्तु

महराज आमिर की गर्लफ्रेंड पर अब केवल कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है। यह मामला कश्मीर की राजनीति, धार्मिक भावनाओं और लोकतांत्रिक अधिकारों से लेकर पर्यटक बड़ा विवाद तक बन गया है। ओबामा फ्री ने इसे स्केच करते हुए कहा कि सरकार असलियत से जनता का ध्यान भटकाना चाहती है। अब निबंधन में यह बात शामिल है कि प्रशासन आमिर को रिहा करता है या फिर यह विवाद और गहराता है।

FAQ

AAP विधायक मोहम्मद साहब से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर
Q1. महराज आमिर कौन हैं?

महराज आमिर डोडा से आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक हैं। उन्हें जम्मू-कश्मीर विधानसभा क्षेत्र में आप का एकमात्र प्रतिनिधि माना जाता है और स्थानीय स्तर पर युवाओं के बीच प्रमुखता है।

Q2. महराज इमाम को राजपत्र में क्यों लिया गया?

आमिर को पब्लिक असिस्टेंट एक्ट (पीएसए) के तहत बहाल किया गया। प्रशासन ने यह कदम उठाते हुए कहा है कि यह “कानून-व्यवस्था बनाए रखें” के लिए आरवीयू द्वारा दिखाया गया है, जबकि विपक्ष का आरोप है कि यह पूरी तरह से राजनीतिक बदलाव की कार्रवाई है।

Q3. असलीबल विवाद क्या है?

अशोक स्तम्भ लगे रहने वाली शिला पट्ट शाहीबल मंदिर परिसर में खोजा गया था। बाद में इसे हटा दिया गया, जिससे विवाद खड़ा हो गया। स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया।

Q4. ओबामा ने क्या लगाया आरोप?

पीआईपी नेता ओबामा फ्री का कहना है कि आप विधायक आमिर की पत्नी सिर्फ शरीफ विवाद से ध्यान हटाने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड और उसके चेयरपर्सन दरख्शां अंद्राबी माफिया मांगे और एफआईआर वापस लें।

Q5. पीएसए (सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम) क्या है?

पीएसए जम्मू-कश्मीर में एक बहुत ही सख्त कानून लागू करता है जिसके तहत किसी भी व्यक्ति को बिना लैपटॉप के 3 महीने से लेकर 2 साल तक सजा में रखा जा सकता है। यह आम तौर पर अपवित्र माना जाता है।

Q6. मोहम्मद की मस्जिद पर लोगों की प्रतिक्रिया क्या रही?

डोडा और इसके आसपास के क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन हुआ। स्थानीय स्थानीय और राजनीतिक आश्रम ने इसे लोकतंत्र विरोधी कदम कहा। आम आदमी पार्टी और अन्य रिपब्लिकन नेताओं ने भी इसकी निंदा की है।

Q7. मोहम्मद को जल्दी रिहा किया जाएगा?

हुबा फ्री और कई इलेक्ट्रॉनिक्स नेताओं ने उपराज्यपाल प्रशासन से तुरंत रिहाई की मांग की है। हालाँकि, सरकार ने अभी तक इस पर कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया है।

Q8. हजरतबल विवाद पर कोई कार्रवाई नहीं हुई?

शिलापट्ट को पहले ही हटा दिया गया था, लेकिन इसके साथ जुड़े कई लोगों पर एफआईआर दर्ज करायी गयी थी। नामांकन ने इन एफआईआर को वापस लेने और जनता से गद्दार की मांग की है।

News 24: https://hindi.news24online.com/videos/aamir-khan-gauri-spratt-age-difference-revealed-junaid-khan-15-younger-than-father-girlfriend/1112788/

By Santosh Rana

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