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Emotinal Motivational Stories – Hindi Motivational Stories

 

Emotinal Motivational Stories – Hindi Motivational Stories  : आपने कभी अपने आपको ऐसा महसूस नहीं किया कि आपको कभी कुछ बड़ा करना है लाइफ में। आपको भी लाइफ में अपने बड़ी-बड़ी अचीवमेंट्स को हासिल करना। क्या आपने कभी ऐसा नहीं सोचा? जिंदगी खेलती हर एक के साथ है। पर जिंदगी कभी हारने नहीं देती है। ना कभी वो हराती है। वो आपको खिलाड़ी बना देती है। उस खेल के काबिल बना देती है। जिस खेल का आपको खेलने का शौक हो। हम अक्सर हार से हार जाते हैं। अपनी उम्मीदों को तोड़ देते हैं। वो क्यों तोड़ते हैं? क्योंकि हम अपने ऊपर जो भरोसा करते हैं, जो सेल्फ बिलीव होता है, उसको हम कहीं ना कहीं तोड़ देते हैं। जिसकी वजह से हम लाइफ में ग्रो नहीं कर पाते हैं। ये एक कॉमन रीजन हो चुका है आज के टाइम पे। और यह चीज इसीलिए हुई है

क्योंकि हमें हर चीज इंस्टेंटली चाहिए होती है। लाइफ का सबसे बड़ा फेलियर पॉइंट जो है ना वो यही है कि हमें एक्सपेक्टेशंस होती हैं और हम चाहते हैं कि जो चीज मैं कर रहा हूं मुझे उस चीज में रिजल्ट जो है वो अभी से मिलना शुरू हो जाता है। ये प्रॉब्लम कॉमन हो गई है और ये हर एक के साथ हो रही है या आपके साथ अकेले नहीं हो रही। लेकिन जिसने लंबा खेलना होता है ना वह सबसे पहले हार से लड़ता है। तब जाके वो लाइफ में एक किसी भी गेम में या लाइफ में किसी भी मोड़ पर या जो भी आपकी सक्सेस जो भी आपका ड्रीम है ना उस चीज में वो लॉन्ग टर्म जा पाता है। एक्सपेक्टेशंस उसकी भी बहुत बड़ी है कि मुझे बहुत कुछ बड़ा करना है। बट वो एक शॉर्ट वे में कर रहा है।

मान के चलो दो बंदे हैं। दोनों एक ही फील्ड में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं अपनी फील्ड में। बहुत अच्छा खेल रहे हैं। लेकिन जो राहुल है ना वह बहुत तेज खेलता है। बल्लेबाजी भी कर लेता है, बॉलिंग भी कर लेता है, फील्डिंग भी कर लेता है। लेकिन जो अंकुश है वो कभी ना कभी किसी ना किसी चीज से डिसअपॉइंट हो जाता है। मेहनत वो उस राहुल से भी ज्यादा करता है। वो हर रोज शाम को नेट प्रैक्टिस करता है। रात-रात भर नेट प्रैक्टिस करता है कि सुबह मुझे मैच खेलने जाना है। पर जब वो ग्राउंड में जाता है ना उसके माइंड में जो डिस्ट्रक्शन पॉइंट होते हैं ना वो ये होते हैं कि आज मुझे जाके ही सेंचुरी मारनी है। 100 रन मारने मारने चाहे मैं जीरो पे आउट क्यों ना हो जाऊं। उसी के अंदर ना डिसिप्लिन नहीं है, कंसिस्टेंसी नहीं है। लेकिन जो राहुल है ना वो प्रैक्टिस भी मतलब उतनी ज्यादा नहीं करता जितना अंकुश करता है। और वो बस उसके अंदर एक ही टैलेंट है। वो उसके अंदर डिसिप्लिन है। किसी भी चीज

Emotinal Motivational Stories – Hindi Motivational Stories

हर सफल इंसान के पीछे संघर्ष की कहानी होती है

से भी ज्यादा करता है। वो हर रोज शाम को नेट प्रैक्टिस करता है। रात-रात भर नेट प्रैक्टिस करता है कि सुबह मुझे मैच खेलने जाना है। पर जब वो ग्राउंड में जाता है ना उसके माइंड में जो डिस्ट्रक्शन पॉइंट होते हैं ना वो ये होते हैं कि आज मुझे जाके ही सेंचुरी मारनी है। 100 रन मारने मारने चाहे मैं जीरो पे आउट क्यों ना हो जाऊं। उसी के अंदर ना डिसिप्लिन नहीं है, कंसिस्टेंसी नहीं है। लेकिन जो राहुल है ना वो प्रैक्टिस भी मतलब उतनी ज्यादा नहीं करता जितना अंकुश करता है। और वो बस उसके अंदर एक ही टैलेंट है। वो उसके अंदर डिसिप्लिन है। किसी भी चीज

को मेंटेन करने की जिस बंदे के अंदर कला होती है ना वो कभी नहीं आता। वो डिसिप्लिन से खेलता है, कंसिस्टेंसी से करता है। वो थकता भी नहीं है क्योंकि उसने वो प्रैक्टिस ही उस हिसाब से की होती है। उसकी मेंटालिटी जो होती है ना वो उस तरह से होती है कि नहीं यार मुझे अभी नहीं पर चाहे थोड़े टाइम में खेल पाऊं पर मुझे पूरे 20 ओवर खेलना है। चाहे मैं सेंचुरी 12 ओवर में क्यों ना मारूं। यानी चाहे मैं 19व ओवर में सेंचुरी क्यों ना मारूं पर मेरे को लास्ट के 20 ओवर खेलने हैं। वो यह माइंड ले चलता और वो जीत भी जाता। लेकिन एक तरफ अंकुश है, मेहनत भी करता है,

सब कुछ करता है, टाइम भी देता है पर वो हार जाता है, नहीं कर पाता। तो इन दोनों में से अलग क्या है? अलग कौन है इसमें से? मैं तो राहुल को ही चूज़ करूंगा। चाहे जितना बंदा खेलने वाला हो यार। लेकिन एटलीस्ट उस बंदे के अंदर एक कंसिस्टेंसी तो होनी चाहिए किसी चीज को लेके। डिसिप्लिन होना तो बहुत जरूरी है ना। चाहे आप किसी भी फील्ड में कर रहे हो, चाहे आप सेल्स में कर रहे हो, चाहे आप अपना कोई बिजनेस कर रहे हो, चाहे आप स्टडी कर रहे हो, चाहे आप एजुकेशन फील्ड में हो, किसी भी फील्ड में हो, डिसिप्लिन बहुत जरूरी है। ये कॉमन चीज है। और ये हर एक की लाइफ

में होना चाहिए। तब जाके ही लाइफ में इंसान ग्रो करता है। एक्सपेक्टेशंस रखो, मेहनत भी करो। पर अपने माइंड से यह चीज तो एटलीस्ट हटा दो कि यार मुझे अभी ही चाहिए। यह अभी चाहिए वाला जो वार्ड है ना यार यह निकाल दो। नहीं तो यह तुम्हें जिंदगी में किसी भी चीज के काबिल नहीं रखेगा। आप समझ रहे हो? ये जो डिसिप्लिन है ना ये डिसिप्लिन आपको जिंदगी में उस जगह तक पहुंचा सकता है जहां तक जाने की आप कोशिश करोगे। पीछे नहीं हटने देगा आपके। लेकिन आपको एक बार बहुत अच्छे तरीके से हरा सकता है और बहुत बुरे तरीके से आपको पीछे लोगों से हटा सकता है। आपके ड्रीम को

यह छीन सकता है। जो ये वार्ड बोलता है ना कि मैं मुझे हर चीज को इंस्टेंटली चाहिए होता है। ये इंस्टेंटली वाला जो वार्ड है ना इसको निकाल दो आप। यह सबसे बड़ा मेन फैक्टर है आज के टाइम पे जो यूथ को कहीं ना कहीं डिसपॉइंट कर लेता है। हम तो हर तरह से चाहते हैं कि यार अगर मैं चाहे इस फील्ड में हूं मैं इतना काम कर लूंगा। मैं सुबह उठूंगा, खाना बनाऊंगा, खाऊंगा। अपने घर से बाहर रहता हूं कि मुझे सारा कुछ खुद ही मैनेज करना है। सुबह 10:00 बजे ऑफिस भी जाना है। शाम को 6:00 बजे ऑफिस भी आना है। आगे खाना भी बनाना है। सब कुछ मैंने ही करना है। तो मुझे

मेंटेन करना पड़ेगा ना भाई। प्रॉब्लम्स इज अ पार्ट ऑफ लाइफ। यह मैं आपको हर वीडियो में बोलता हूं कि प्रॉब्लम्स तो हर जगह पर हमें आनी होनी है। पर उसके पीछे रीज़न क्या है? प्रॉब्लम को तो फेस करना ही है ना वो तो पता ही है। लेकिन मुझे पता है कि मुझे 12 से एक के बीच में मुझे टाइम नहीं मिलता। है ना? 12:00 से एक के बीच में क्योंकि मेरा लंच टाइम होता है। मैं काम को टाइम नहीं दे सकता। वो चीज आपने एक स्पेसिफिक रखी हुई है। वही आप घर से आप जब जाते हो ना तो हमें रास्ते में कई सारी चीजें ऐसे अट्रैक्ट कर लेती हैं जो हमें किसी और तरफ

ले जाती हैं। मतलब कुछ और नई चीज आ जाती है कि सोचते हैं कि नहीं यार इस बिजनेस में कुछ प्रॉफिट नहीं है। इस फील्ड में कुछ प्रॉफिट नहीं हो रहा। वो बंदा यार इतना बड़ा कर रहा है। उसके पास कुछ पैसा है। वो बहुत पैसा कमा रहा है। यार पैसा हर फील्ड में ऐसा नहीं है कि पैसा आपकी फील्ड में नहीं है। पैसा हर फील्ड में है। पर मेहनत भी आपको हर फील्ड में ही करनी पड़ेगी ना। तभी पैसा आएगा। अगर आप अपना बिजनेस छोड़ के किसी दूसरे का बिजनेस करने जाओगे तो उसके पास भी तो मेहनती लगेगी। वो भी थोड़ी ना आपको किसी बूटे से तोड़ के

देगा। किसी दर् से तोड़ के वो भी पैसा थोड़ी ना देगा आपको। पैसा तो आपको हर जगह से आना है पर मेहनत तो हर जगह लगेगी भाई। तो अपने आप को बैलेंस बनाओ। ठीक है? मैं नहीं बोलता कि आप नहीं कर सकते। आप कर सकते क्योंकि देखो यार जो इंसान आज के टाइम पे बड़ा हुआ है जो अच्छे बिजनेस कर रहे हैं या जो अच्छी ग्रोथ ले रहे हैं। चाहे वो किसी फील्ड में चाहे वो एमएलएम में हो या चाहे वो किसी और मार्केटिंग फील्ड में हो चाहे सेल्ड फील्ड में हो। ये किसी भी फील्ड में बंदा है ना यार उस बंदे ने अपनी जगह पे हर जगह पे मेहनत करी है तब

जाके वो सेटल्ड हुआ है और अगर आज उसके पास गाड़ी बंगला घर बार सब कुछ है ना तो वो उसकी पिछले 10 साल की मेहनत है भाई और अगर उसने 10 साल मेहनत ना भी करी ना भाई उसका दिमाग है उस तरह से वो सोचता है उसको क्या करना है वो चीजों को पॉइंट करके चलता है मैंने इतना अचीव कर दिया कितना बाकी रहा कैसे हुआ कितना लॉस हुआ कितना प्रॉफिट हुआ भाई वो सारा सब कुछ मेंटेन करके चल रहा है हम सिर्फ सोचते यार नहीं यार मैं अभी चाहता हूं थोड़े टाइम के बाद कर लूंगा है ना अभी पहले मैं जॉब कर लेता हूं जॉब से पैसा आएगा फिर मैं बिजनेस कर लूंगा भाई यार ऐसे नहीं होता है

जिसको बिनेस करना होता है साला उसको उसका जॉब करने का तो माइंड ही नहीं बनेगा कभी भी तो मैं यार जॉब करूं है ना अब मान के चलो मेरा मन है कि यार मुझे लाइफ टाइम बिज़नेस ही करना है मुझे YouTube भी चलाना है अब अगर मैं सिर्फ सोचता ही जाऊंगा कि यार आज छोड़ो आज नहीं तो कल चला लूंगा कल नहीं तो परसों चला लूंगा आज तक आपके पास ये वीडियो आती है क्या आप बताओ नहीं आती ना तो इसके पीछे सबसे बड़ा रीजन क्या होता है कि जो स्पेसिफिक आपने गोल डिसाइड कर लिया ना कि यार मुझे इस गोल के पीछे जाना है मुझे भागना है इसकी तरफ तो

फिर आपको किसी ना किसी चीज से डिस्ट्रक्शन आने वाली है लेकिन आपको पहले मेंटली भी प्रिपेयर हो जाना है यार कि चाहे जो भी हो जाए ना यार मुझे करना यही छोड़ना नहीं और छोड़ोगे नहीं तो भाई वो चीज भी आपका साथ नहीं छोड़ेगी जिस तरह आपने उसका साथ छोड़ दिया वो भी छोड़ दो ये तो दुनिया का नियम है जो हमारा नहीं वो किसी का नहीं सिंपल बात अपना चाहे वो 10 लोगों के पास चले जाए यार कोई 10 का मुंह मारे कोई बात नहीं यार तुम अपनी जगह सही हो ना तो तुम अपने आप को ग्रो करो अपने आप को हाईलाइट करो ना तब जाके मजा भी आएगा कुछ छोटी सी अचीवमेंट जो

भी लाइफ में होती है ना भाई उसको उसको सेलिब्रेट करो यार क्योंकि सेलिब्रेशन से आपको मोटिवेशन मिलता है यार आपको आपने मेहनत दिखती है भाई एक्चुअल में कि आपने कितना कमाया है कितनी मेहनत करी थी आपको यह चीज़ अचीव करने में आज आपने फाइनली ये चीज़ अचीव कर दी। चाहे आप मतलब अपने जैसे अब मैं हूं। मेरा यह है कि यार मेरे 50 सब्सक्राइबर होंगे तो यार मैं पता नहीं कितना बड़ा केक काटूं। एक नॉर्मल एक सेलिब्रेशन बोल रहा हूं मैं। अब मैं काटूंगा तो मुझे तो मुझे तो इंस्पिरेशन मिलेगा ना यार कि यार मैंने कभी डिसाइड किया था कभी मेरे 50 फॉलोवर भी बढ़ेंगे इस

वीडियो से। यानी इस वीडियो के ऊपर अगर मेरे 2000 व्यूज भी जाएंगे तो मैं सोचूंगा यार मैंने तो कभी सोचा भी नहीं था कि यार मेरे 2000 व्यूज जाएंगे यार। मैं इतना खुश हो जाऊंगा। मैं अपनी अगली वीडियो इतनी मेंटल प्रिपरेशन से बनाऊंगा। इतना मतलब कॉन्फिडेंस से बनाऊंगा, इतना प्यार से बनाऊंगा कि यार ये 10,000 तक खरीच जाएगी। चाहे उसकी 100 तक रीच क्यों ना जाए। दुख नहीं होगा। सीखने को मिलता है। हर चीज हमें सिखा कर जाती है। बुरा कुछ भी नहीं होता। वो हमारी मेंटालिटी होती है कि हम उसको किस तरह से ले रहे हैं। बुरा हम बनाते

हैं। भाई चीजें बुरी नहीं होती। तो साफ-साफ कहने का मतलब यह है कि यार कोई बात नहीं डिस्ट्रैक्शन आ गई। कोई बात नहीं। टूट गया फिर क्या हुआ? कोई बात नहीं उठ जाओ ऊपर इंसान है ना तू तो जिंदा है तू बहुत कुछ कर सकता है तू ऊपर उठ तू अपने आप को एक्सप्लोर कर ना लोगों को क्यों देखता है कि लोग ये कर रहे हैं वो कर रहा है अरे भाई जो तेरे पास था वो चला गया तेरे पास जो था तू है है ना जिसको तू दुनिया मानता है वो चली गई दुनिया चली गई पीछे कौन बचा तू ही बचा तो तू कुछ ना कुछ तो कर कि दुनिया तुझे फिर से वापस मिले यार सब कुछ मिल जाता है

समयसमय की बात होती है [संगीत] तो मेरे साफ साफ कहने का मतलब यह है कि अगर लाइफ में कुछ अलग करना है ना तो आपको कुछ अलग नहीं करना। ठीक है? बस मेहनत करनी है यार जो दुनिया करती है। सिंपल सी वर्डिंग है यार बिजनेस किसी का कॉपी करना है। पैसा कमाना है। सब कुछ सिर्फ कॉपी करना है यार। तो फिर मेहनत एक ही चीज की कॉपी कर लो कि यार जिस जो बड़ा उसकी कॉपी करो। जो बंदा अभी अच्छे टाइम पे मतलब अब अच्छी जगह पे है वेल सेटल्ड है जिसने अच्छा बिज़नेस में ग्रोथ किया है जो लाइफ ने अच्छी ग्रोथ कर चुका है उसके बिज़नेस को कॉपी करो भाई उसकी

स्ट्रेटजीस को फॉलो करो यार वो बंदा जिसने रात दिन लगाए होंगे तो उसने भी तो कुछ ना कुछ बड़ी अचीवमेंट्स के बारे में सोचा ही होगा कि यार अगर मैं चार साल मेहनत करूंगा तो चार साल के बाद मुझे ये चीज मिलेगी उसने तो पेशेंस रखा था वो पेशेंस आप भी रखो और फॉलो करो चीजों को यार अगर आपको 80% 100% अगर आप उसकी चीज को अचीव नहीं भी कर पाओगे अगर आप 80% भी भाई अचीव कर गए ना तो आप जिंदगी में तर जाओगे आप। मेरी बात को ध्यान रखना कि हल्की चीजों को लोग हमेशा अक्सर हल्के में ही लेते हैं। ठीक है? समंदर समंदर ना समंदर पानी का

समंदर जो होता है पानी में पानी में हमेशा हल्की चीजें ही तैरती हैं। भाई हमेशा इस बात को याद रखियो। पानी में बाहरी चीजें डालेगा ना तो वो डूब जाएगी। लेकिन हल्की जो बनेगी ना वो तैर जाएगा। पानी में से पानी जितना भी गहरा क्यों ना हो हल्की चीज उभर जाएगी तैर जाएगी भाई तो तुझे वो चीज बननी है तुझे वो तुझे वो हल्का बनना है कि लोग तुझे हल्के मान ले कोई बात नहीं पर भाई जिस बिजनेस का तू खिलाड़ी बन सकता है ना साला वो कभी भी नहीं बन सकता वो क्या उसके आगे आने वाली 10 पीढ़ियां भी नहीं बन सकती उसको वो एहसास कराओ तब जाके जिंदगी में कुछ अलग

अचीवमेंट्स होंगी और आपको भी कुछ ऐसा लगेगा कि यार मैं अभी कुछ कर रहा हूं मैं भी अभी इतनी अच्छी फील्ड में हूं अच्छी ग्रोथ पे हूं और अगर यह वीडियो अच्छी लगी है ना तो इसको लाइक, कमेंट, शेयर जरूर करना और उसको बार-बार सुनना सोते टाइम पे। भाई फील करो इन चीजों को तब जाके आप लाइफ में कुछ अलग कर सकते हो। तब तक के लिए जय हिंद जय भारत। मिलते हैं अगले वीडियो में। ओम


Link : https://www.youtube.com/watch?v=BT5tQK6ImMA

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